‘उसने मेरे साथ छेड़खानी की.’
‘तुम उस वक्त वहां कर क्या रही थी?’
‘वो मुझे गंदी नज़रों से देख रहा था.’
‘तो तुम्हारी नज़रें उसकी आखों की तरफ देख ही
क्यों रही थी?’
‘वो मुझे भद्दे इशारे कर रहा था.’
‘उसे देखने के लिए तुम वहां खड़ी क्यों थीं, सामने
से हट क्यों नहीं गई?’
‘ये हमारी सुरक्षा का सवाल है.’
‘हम भी उसी की बात कर रहे हैं, दुनिया के सारे
ताले तुम्हारी सुरक्षा के लिए ही तो बनाए गए हैं. तुम्हें उनके पीछे जाने में
एतराज़ भला क्यों है?’
लड़की हो तो तुम्हारे हर बयान पर सवाल दागे ही
जाएंगे, उनके जवाब देने की आदत डाल लो. तब तक, जब तक कि सवाल खत्म ना हो जाएं, क्योंकि सवाल
पूछने वाले का मकसद जवाब सुनना तो है ही नहीं, वो तो तुम्हारे चुप हो जाने का
इंतज़ार कर रहा है ताकि खुद को विजेता घोषित कर सके.